Vitamin D deficiency and lnsufficiency :A global public-health problem (Hindi l )
दुनिया भर में फिलवक्त कोई एक अरब लोग या तो इस "सनशाइन विटामिन "की कमी से या फिर अ -अपर्याप्त आपूर्ति से ग्रस्त हैं और समस्या ने तकरीबन एक आलमी (ग्लोबल )रुख ले लिया लगता है। इसी कमीबेशी के चलते यहां वहां कहीं बच्चों का सूखा रोग (रिकेट्स )तथा कहीं और ओस्टोमलासिया सिर उठाये हुए है। और बात सिर्फ इतनी ही नहीं है जब जिन्न बोतल से बाहर आता है तो पूरा पैंडोरा बॉक्स ही खुल जाता है एक समस्या दूसरी को जन्म ही नहीं देती उसका पोषण भी करने लगती है इसी का नतीजा है के इस कमीबेशी के चलते मेटाबोलिक डिसऑर्डर्स (चयापचयन संबंधी शिकायतें )ही नहीं ,ऐसी बीमारियां भी उभर रहीं हैं जिन्हें आटोइम्यून डिज़ीज़ कहा जाता है और जिनमें अपना रोगप्रतिरोधी तंत्र अपने तन को ही विजातीय मान ने की भूल कर बैठता है। स्केलेटल डिज़ीज़ीज़ ,कैंसर रोग समूह ,हृदय एवं रक्तसंचरण सम्बन्धी कार्डिवस्कुलर रोग ,किस्म -किस्म के संक्रमण ,बोध -संबंधी (प्रज्ञानात्मक दोष या कॉग्निटिव डिसऑर्डर्स ),मृत्यु-दर का बढ़ना आदि भी मुखर हैं। उल्लेखित रोगों में ओस्टोमलासिआ मुख्य- तौर पर औरतों की ही समस...